साइबर क्राइम क्या है | Statistics & Examples | cyber crime in hindi

   Hello friends……… आज हम पहले बात करेंगे साइबर क्राइम की –

साइबर क्राइम क्या है [ cyber crime in hindi ]

cyber crime के अन्तर्गत किसी व्यक्ति के साथ धोखाधडी करना,प्राइवेट सूचनाओ का पता लगाना,
क्रेडिट कार्ड की जानकारी प्राप्त कर छल करना तथा ऑनलाइन ठगी करना ही साइबर अपराध के अन्तर्गरत आते है ।
साइबर क्राइम करने वाला कोई एक नही होता है ये एक पूरी गैंग होती है जिसके तार दूर-दूर तक जुड़े हुए होते है।
ये काम बहुत चालाकी से करते है और साल भर में करोडो रूपयों की हेराफेरी करते है।

आप सभी को पता है की हमारा देश बदल रहा है। सभी काम बहुत fast हो रहे हैं।
और लोग online काम पर भी  विश्वास  करने लगे है। वो अपना सभी  कार्य online करते है

वो भी घर बेठे । तो में बता दू की ऑनलाइन काम बुरा नही क्योकि एक तो हमारा काम जल्दी से हो जाता है
और ज्यादा भाग-दौड़ भी नही करनी पड़ती है इसलिए सभी ऑनलाइन काम करना चाहते है जो बढ़िया है
लेकिन इसमें सावधानी रखना बहुत जरुरी है क्योकि  आजकल साइबर क्राइम (cyber crime) काफी बढ़ गया है।
क्योकि ऑनलाइन work Risk भरा है इसमें छोटी सी चूक भी  हमारा बड़ा नुकसान कर देती है।

ई-कॉमर्स बाजार बढ़ रहा है ,लेकिन सुरक्षा नही होने से उपभोगताओं के लिए यह खतरे की घंटी भी है।

भारत में अब ई-कॉमर्स काफी बढ़ गया है।लेकिन online खरीददारी करने में अभी भी लोगों में जागरूकता नही है।
क्योकि लोग पता नही किनती बार ठगे जाते है।े
online खरीदना सुविधा तो है लेकिन इस राह में धोखा भी है।
तो आज हम आपको बतायेंगे की आप साइबर अपराधो cyber criminals से किस प्रकार सावधान रह सकते है।

साइबर क्राइम

 

क्या आप जानते है-

11,592 साइबर क्राइम साइबर क्राइम {cyber crime} केस साल 2015 में।
20% की बढ़ोतरी हुई है साल 2014 के मुकाबले ।
39,730 cyber crime केस साल 2016 में ।
8,689 केस दर्ज किये RBI ने साल 2016 में।

क्या आपको पता है 44% साइबर अपराधी 18-30 आयु वर्ग के है और 41% साइबर अपराधी (cyber criminals)
30-45आयु वर्ग के है।चोंकाने वाली बात यह है की 76 बाल अपराधी भी इनमे शामिल थे।

online ठगी के मामले मै asia में  india पहले स्थान पर है।इससे पता चलता है की लोगों में जागरूकता का कितना अभाव है।

साइबर सुरक्षा के लिए पुख्ता कानून नही है अब हमें नये कानूनों की ज़रूरत है।
वर्तमान में हमारे देश का सूचना व technology सम्बंधी कानून सक्षम नही है।
बदलती परिस्थितयो के हिसाब से इसमें संसोधन जरुरी है।

Cyber crimes से किस प्रकार बचा जाये/ऑनलाइन शॉपिँग के दौरान ये रखे सावधानीयाँ-

1.ई-वॉलेट…-

साइबर क्राइम


                   अपने ई- वॉलेट का पासवर्ड किसी को भूलकर भी न दे।अपने mobile phone को भी password procted रखें, ई-वॉलेट फ्रॉड होने की स्थिति में तुरन्त ही वॉलेट  को संपर्क करे तथा police station में FIR दर्ज करवाये।

2.सिक्योर कोड…

अगर आप online खरीददारी कर रहे तो ये जरूर देख लेना की वह website trusted है या नही।
Website SSL 3d सिक्योर code का इस्तेमाल कर उन्ही से खरीदारी करें।

3.फीडबैक…-

online शॉपिँग करते time seller का feedback अच्छे से check कर ले, online बिडिंग करते time product के description अच्छे से पढ़ लें।

4.पेमेंट…-

ऑनलाइन शौपिंग करते वक्त वर्तमान में चल रही विदेशी money transfar कंपनी से payment न करे
जिस website से आप ने product लिया है उसी पर payment करे ।

5.Email…-

आपके पास किसी बैंक या कंपनी से फ़ोन या इमेल आये और उसमे आपके pin या एड्रेस मांगे तो आपको कुछ भी नही बताना है
क्योकि government service ऐसी details कभी भी इस तरीके से नही पूछती है वो आपको अपने office या bank से संपर्क करने को कहती है।

 

6.कोई भी आपसे bank अफसर,शॉपिंग पोर्टल या वॉलेट कम्पनी प्रतिनिधि बन खाते,card,sms या email की जानकारी मांगे तो किसी भी पर्कार से उसकी बातो में न आये और नाही कुछ बतायें।

7.online शॉपिंगकरते वक्त यदि seller आपसे personal account में paise मांगे तो आप उसे मना कर  दे।

और यदि आप रिफण्ड ले तो उसमें चैक ना ले क्योकि ये फ्रॉड हो सकता है।

 

8.online product की delivery के time उसकी video recording अवश्य करे।

तो दोस्तों ये थीे कुछ सावधानीयॉ जो आप ऑनलाइन शॉपिंग के दौरान ध्यान में रख सकते है।

इस प्रकार से हम cyber crime से बच सकते है

उम्मीद करता हूँ की ये जानकारी आपके लिए बहुत लाभदायक साबित होगी।

 

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