मच्छरों से बचने के उपाय Measures to stop mosquitoes

मच्छरों से कैसे बचें 

 आज हमारे आस पास भिन्न भिन्न प्रकार के मच्छर पनप प्रकार रहे हैं। जो इस मौसम में विभिन्न प्रकार की बीमारियां फैलाते हैं।तथा यह संख्या में बहुत जल्दी वृद्धि करते हैं। और साथ ही मलेरिया,डेंगू, चिकनगुनिया जैसी अनेक बीमारियों को बढ़ावा देते हैं। अगर इन पर काबू नहीं किया जाए तो यह मानव की मृत्यु का कारण भी बन सकते हैं।
आज हम यही चर्चा करेंगे की मच्छरों को किस प्रकार से रोका जाए।

मच्छरों को रोकने के उपाय Measures to stop mosquitoes


निम्न उपायों को काम में लेते हुए मच्छरों को पैदा होने से रोक सकते हैं।

•आपके आसपास मैं पानी इकट्ठा करने के सभी पात्र पूरी तरह खाली होने चाहिए या सप्ताह में एक बार इन्हें सुखा लीजिए। तथा पशुओं के पानी पीने के पात्र को प्रतिदिन साफ करें वह नया साफ पानी डालें।
•घरों के पास गड्ढों में पानी डाल कर उसके पानी को नियंत्रित करने से मच्छरों के प्रजनन को रोक सकते हैं।
•घर के आसपास कहीं भी पानी को इकट्ठा नहीं होने दें।
•पानी के नल के आसपास पानी में जमा हो इसके लिए सोक पिट बना ले।
•बांस अथवा पेड के काटने से छिद्र बन जाते हैं। उनमें संभवत वर्षा का पानी भर सकता है अतः उन्हें मिट्टी से भर कर बंद कर देना चाहिए। खुला रखा हुआ केन, खाली पड़े रबड़ के टायर इत्यादि को उल्टा रख दें।

मच्छरों के प्रजनन को कैसे रोके How to prevent mosquito reproduction


•पानी जमा होने के स्थानों,तालाबों,जलस्रोतों आदि में गंबूसिया मछलियों के पालन के लिए लोगों को प्रोत्साहित करें।
• अनचाहे पानी के जमावड़े को जल निकास प्रक्रिया से खत्म किया जा सकता है।अगर यह व्यावहारिक हो तो जल निकास को बिखरे क्षेत्रों में बनाएं ताकि पानी शीघ्र सुख सके।
• ज्यादा अधिक पानी भरने वाली जगहों पर गंध सफेदा,पहाड़ी,पीपल आदि किस्मो के पौधे लगाए जा सकते हैं जो कि ज्यादा पानी में उत्पन्न होते है।
• जल कुंड सिंचाई वाले खाली पड़ी जगहों आदि को पत्थर,मिट्टी,आदि से भरे अन्य छोटे बड़े-बड़े गड्ढे नालियों में जमा पानी मलेरिया रोधी तेल अथवा केरोसिन या जला हुआ काला तेल डाला जाए।

मच्छरों पर नियंत्रण-Mosquitoes control-

  मच्छर पानी में अंडे देते हैं।अंडे एक-दो दिन रहते हैं ।और जीरा के आकार के लारवा बन जाते हैं लार्वा गड्ढों  में तालाब के किनारों पर ऊपर नीचे खेलते रहते हैं।यह सिलसिला 5-7 दिन तक चलता रहता है।फिर वह एक छोटी गेंद का आकार ले लेते हैं। और इस तरह 2 दिन तक रहते हैं।और फिर वह बड़े मच्छर बन जाते हैं।एक मच्छर का जीवन 2 सप्ताह का होता है। अतः मच्छरों को खत्म करने के लिए उनके जीवन चक्र के आधार पर योजना बनाई जानी चाहिए। जब यह उड़ते रहते हैं।तब छिड़काव से मारना बहुत कठिन होता है।
•अगर हवा में कीटनाशक दवाई छिड़कते हैं। तो उनसे बहुत ही कम मच्छर मारे जाते है।
• दीवारों पर कीटनाशक दवाइयां छिड़काऐ। हमें ऐसी जगहों पर छिड़काव करना चाहिए जहां मच्छर जाकर बैठते है।
• कीटनाशक दवाई मच्छर के शरीर के अंदर धीरे-धीरे फैलने लगती है।
• दवा के असर से मच्छर तुरंत नहीं मरते लेकिन एक या दो दिन में निश्चित ही मर जाते हैं।
• जहां मच्छर अक्सर बैठा करते हैं वह छिड़काव करना महत्वपूर्ण है ना कि जहां मच्छर उड़ रहे हो वहां।
• जिस पानी में प्रजनन की जगह हो उसे मिट्टी से भर दीजिए और मच्छर प्रजनन को रोकिए।
• मिट्टी का तेल पानी में डालें जब इस पर मच्छर बैठेंगे तो वह पानी में डूब कर मर जाएँगे।
• एक चम्मच तेल 1 वर्ग मीटर पानी की सतह को पर्याप्त होता है।
• यह तेल पानी के ऊपर तैरने लगता है और कीड़े की सांस की नली में प्रवेश कर जाता है। और उसे मार देता है।
• कोई भी तेल इसके लिए उपयोग में ला सकते हैं लेकिन सबसे सस्ता संभवतः इंजन तेल होगा जो अधिकांशतः  व्यर्थ जाता है।

मच्छरों के काटने से बचाव के उपाय-Measures to prevent mosquito bites-

 ● रहने की जगह पर  मच्छर प्रूफ जाल लगाना चाहिए ताकि मच्छर अंदर ना घुसे सके ।
● दवाई लेखन मच्छरदानी का प्रयोग करना चाहिए।
● मच्छर प्रतिरोधक क्रीम या तेल लगाना चाहिए।
● मच्छर मारने की टिकिया एवं मच्छर अगरबत्ती आदि का उपयोग करें।
● जहां पर मच्छर अधिक हो वहां पर नीम की पत्तियों को जलाकर धुंआ करें।
● मच्छर द्वारा काटे गए स्थान पर सरसों का तेल लगाएं इससे जलन कम होगी।

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