फिजिक्स के वन लाइनर नोट्स one Liner Physics notes in hindi

Physics notes in hindi

भोतिक विज्ञान महत्वपूर्ण बातें

Physics Notes for all classes-
👉अदिश राशि-
वह राशि जिसमें केवल परिणाम होते हैं अदिश राशि कहलाती है जैसे चाल, कार्य आदि
👉सदिश राशि-
वह राशि जिसमें परिणाम और दिशा दोनों होते हैं सदिश राशि कहलाती है जैसे वेग, बल, विस्थापन आदि।
👉चाल-
किसी पिंड द्वारा समय के साथ स्थान परिवर्तन को चाल कहते हैं।
👉वेग-
किसी पिंड द्वारा समय के साथ निश्चित दिशा में तय की गई दूरी को वेग कहते हैं।
👉त्वरण-
पिंड द्वारा समय के साथ वेग परिवर्तन की दर को त्वरण कहते हैं।
👉गुरुत्वीय त्वरण-
स्वतंत्र रूप से पतन में पिंड का एक समान त्वरण पृथ्वी के आकर्षण के कारण होता है इस चूर्ण को गुरुत्वीय त्वरण कहते हैं।
👉बल-
वह भौतिक राशि है जो किसी वस्तु पर लगने से उसके अवस्था में परिवर्तन तथा गति प्रदान करते हैं उसे बल कहा जाता है।
F=m.a
👉जड़त्व-one Liner Physics notes in hindi
     पिंड में उपस्थित वह स्थाई गुण जिसके कारण वह अपनी अवस्था को बनाए रखता है या बनाए रखना चाहता है उसे जड़त्व कहते हैं।
👉स्थिर या विराम जड़त्व-
     पिंड में उपस्थित वह गुण जो अपनी विराम अवस्था को तब तक बनाए रखता है या रखना चाहता है जब तक उस पर कोई बाहरी बल कार्य न करें।
👉भार-Physics notes in hindi
     किसी पिंड का भार वह बल है जिसके द्वारा पृथ्वी उसे अपने केंद्र की ओर खींचती है।
👉गतिज जड़त्व-
      पिंड में उपस्थित वह गुण जो अपनी गतिज अवस्था को तब तक बनाए रखता है यार रखना चाहता है जब तक कि उस पर कोई बाहरी बल कार्य न करें।

👉द्रव्यमान-
      किसी पिंड में उपस्थित पदार्थों की मात्रा को द्रव्यमान कहते हैं।
👉संवेग-Physics notes in hindi
     किसी पिंड के द्रव्यमान और उसके वेग के गुणनफल को संवेग कहते हैं।
👉गोलीय दर्पण-
     वह दर्पण जिसके परावर्तक सतह  एक गोले का भाग होती है।
👉परवलिय दर्पण-
     वह वकृत दर्पण जो पूर्णतया  गोल नहीं होते परवलिया दर्पण कहे जाते हैं।

Physics notes in hindi

👉प्रतिबिंब-
    किसी अक्ष या बिंदु से आ रही प्रकाश की किरणें परावर्तन या अपवर्तन के बाद जिस बिंदु पर काटती है उस बिंदु को प्रतिबिंब कहते हैं।
👉लेंस-Physics notes in hindi
किसी परावर्ती पदार्थ का वह भाग जो दो पृष्ठ द्वारा घिरा हुआ 1 अंश होता है जिसका कम से कम एक पृष्ठ वकृत हो जो आपतित किरणों को अपसारित या अभिसरित  करता है लेंस कहलाता है।
👉शक्ति-Physics one Liner notes in hindi
  कार्य करने की दर को शक्ति कहते हैं।
👉कार्य-
  जब किसी पिंड पर कोई बल इस प्रकार लगे कि उसमें गति उत्पन्न हो जाए बल द्वारा लगाए बिंदु को विस्थापित करने को कार्य कहते हैं।
👉घनत्व-Physics notes in hindi
   किस पदार्थ के एकांक आयतन में द्रव्य की जो मात्रा होती है उसे पदार्थ का घनत्व कहते हैं।
👉विशिष्ट घनत्व-
   किसी ठोस अथवा द्रव पदार्थ का विशिष्ट घनत्व उसके घनत्व एवं 4 डिग्री सेंटीग्रेड ताप पर पानी के घनत्व का अनुपात है।
👉विद्युत चालक-
   जिन पदार्थों से होकर विद्युत आवेश गमन करता है वह विद्युत के चालक होते हैं। जैसे चांदी सोना सिल्वर तांबा आदि।
👉विद्युत रोधी या अचालक-
   जिन पदार्थों से विद्युत आवेश का मन नहीं करता है उसे विद्युत रोधी या अचालक कहते हैं। जैसे प्लास्टिक रबर आदि
👉वॉट-Physics one Liner notes in hindi
  एक जूल प्रति सेकंड कार्य करने की दर को वॉट करते हैं।
👉विद्युत धारा-
   आवेश के प्रवाहित होने की दर को विद्युत धारा कहते हैं।
👉प्रतिरोध-
    चालक का वह गुण जिसके कारण वह है चालक से होकर विद्युत धारा प्रवाहित होने का विरोध करता है प्रतिरोध कहलाता है।
👉प्रतयास्ता-
     पिंड का वह गुण जिसके कारण हुआ है  विरूपता का विरोध करता है और विरूपणकारी बल हटा लेने पर वह अपना मूल स्वरूप और आकार पुन: प्राप्त कर लेता है प्रत्यास्थता कहलाता है।
👉तन्यता-Physics notes in hindi
     ठोस का वह गुण जिसके कारण उसको खींचकर पतला बनाया जा सकता है तन्यता कहलाता है जैसे सोना आदि।
👉भंगुरता-
     ठोस पदार्थ का वह गुण जिसके कारण उस पर बल लगने पर वह छोटे-छोटे टुकड़ों में तोड़ा जा सकता है भंगुरता कहलाता है जैसे का आदि।
👉आघातवर्धनीय-
     ठोस का वह गुण जिसके कारण उसे पीटकर पतला चादर   बनाया जा सकता है इसका यह गुण आघातवर्धनीय कहलाता है जैसे चांदी।
👉यंग गुणांक-
   अनुद्धेर्य प्रतिबल एवं अनुद्धेर्य विकृति के अनुपात को यंग गुणांक कहते हैं।
👉आवृत्ति-Physics notes in hindi
    एक सेकंड में किए गए पूर्ण दोलनो की संख्या को तरंग की आवृत्ति कहते हैं।
👉प्रतिबल-Physics notes in hindi
    जब प्रत्यास्थ पिंड विकृत होता है तो उसमें किसी काट के प्रति एकांक क्षेत्रफल पर प्रत्यानयन बल को प्रतिबल कहते हैं।
👉दोलन काल-
     कंपनतित कण को एक पूरा कंपन करने में लगे समय है को दोलन काल कहते हैं।
👉अनुद्धेर्य तरंग-
    यदि माध्यम के कारण तरंग की दिशा में आगे- पीछे गमन करते हैं तो ऐसी तरंगों को अनुद्धेर्य तरंग कहते हैं।
👉अवश्रव्य तरंग-Physics one Liner notes in hindi
    20 Hz से नीचे की तरंगों को अवश्रव्य तरंग कहते हैं।
👉पराश्रव्य तरंग-
     20000 Hz के ऊपर की तरंगों को पराश्रव्य तरंग कहते हैं।
 
👉अनुप्रस्थ तरंग-
    यदि माध्यम के कण को पूर्ण कंपन करने में ऊपर नीचे आधारित है लंबवत दोलन करना पड़ता है तो ऐसी तरंगों को अनुप्रस्थ तरंगे कहते हैं।
👉निकट दृष्टि दोष-
     निकट दृष्टि दोष युक्त आंख पास की वस्तु स्पष्ट देख पाता है लेकिन दूर की वस्तुएं स्पष्ट दिखाई नहीं देती है उसका प्रतिबिंब रेटिना के सामने बनता है इसके निवारण के लिए अवतल लेंस का उपयोग किया जाता है।
 
👉 दूर दृष्टि दोष-
     इस देश में दूर की वस्तु स्पष्ट प्रतीत होती है लेकिन समीप की वस्तुएं स्पष्ट दिखाई नहीं देती है इसके निवारण के लिए उत्तल लेंस का उपयोग किया जाता है।
👉ऊर्जा-Physics one Liner notes in hindi
कार्य करने की क्षमता को ऊर्जा कहते हैं
ऊर्जा के प्रकार -गतिज ऊर्जा और स्थितिज ऊर्जा
ऊर्जा के विभिन्न रूप-यांत्रिक ऊर्जा, विद्युत ऊर्जा, प्रकाश  ऊर्जा, ऊष्मा ऊर्जा, रासायनिक उर्जा, चुंबकीय ऊर्जा नाभिकीय ऊर्जा
 
👉ऊर्जा संरक्षण का सिद्धांत-
      विश्व में कुल ऊर्जा की मात्रा अचर है ऊर्जा को न तो उत्पन्न किया जा सकता है और ना ही नष्ट, केवल इसका रूपांतरण हो सकता है इसी सिद्धांत को ऊर्जा संरक्षण का सिद्धांत कहते हैं।
👉आर्कमिडीज का सिद्धांत-
      जब कोई वस्तु किसी द्रव मैं पूर्णत या अंशत: डूबाई जाती है तो उसके बारे में आभासी कमी वस्तु के डूबे हुए भाग द्वारा हटाए गए द्रव की भार के बराबर होती है।
👉उत्प्लावन बल-
      जब किसी पिंड को तरल में डुबोया जाता है तो उस पिंड में सीधे ऊपर की ओर लगा हुआ बल उस पिंड को उत्प्लावन बल कहते हैं और यह पिंड  द्वारा विस्थापित तरल के भार के बराबर होता है।
       नियत ताप पर किसी चालक के सिरों के बीच विभवांतर उसके प्रवाहित धारा का समानुपाती होता है।
👉हुक का नियम-
       प्रत्यास्था सीमा के अंदर प्रत्यस्था पिंड मैं प्रतिबल विकृति के अनुपात में होता है जिसे हुक का नियम कहा जाता है।

 

👉अपवर्तन पर आधारित घटनाएं-
1. पानी में सिक्के का ऊपर उठा हुआ दिखाई देना।
2 पानी में डूबी पेंसिल का मुड़ा हुआ प्रतीत होना।
3 आकाश में तारों का टिमटिमाना।
4 कुएं की गहराई का कम प्रतीत होना।
5 स्थिर हवा में मोमबत्ती की लौ का हिलते हुए दिखाई देना।
 
👉प्रकाश का वर्ण विक्षेपण-

श्वेत रंगों को अपने अवव्यी रंगों में विभक्त होने की क्रिया को वर्ण विक्षेपण कहते हैं।
सूर्य से प्राप्त रंगों में बैंगनी रंग का विक्षेपण सबसे अधिक होता है एवं लाल रंग का विक्षेपण सबसे कम होता।
बेंगनी रंग की तरंग धैर्य सबसे कम वह लाल रंग की तरंग धैर्य सबसे अधिक होती है।

Physics education in hindi

👉प्रकाश की तरंगों का व्यतिकरण के उदाहरण-
जल की सतह पर फैली हुई केरोसिन तेल की परत का सूर्य के प्रकाश में रंगीन दिखाई देना।
साबुन के बुलबुले का रंगीन दिखाई देना।
प्रकाश स्रोतों जैसे बल्ब बढती ट्यूबलाइट आदि से उत्सर्जित प्रकाश एध्रुवित प्रकाश होते हैं।
समतल ध्रुवित प्रकाश उत्पन्न करने के लिए पहले पोलेराइड का प्रयोग करते हैं यह एक बड़े आकार की फिल्म होती है जिसे दो कांच की प्लेटों के बीच में रखा जाता है यह फिल्म नाइट्रोसैलूलोज व हरपेथाइट के मिश्रण से बनी होती है।
👉सिनेमाघरों में पोलेराइड के चश्मे पहन कर 3D वाले चित्रों को देखा जा सकता है।
फोटोग्राफी करने में, किसी विलियन में शर्करा की सांद्रता ज्ञात करने में, धातु के प्रकाश से गुणों के अध्ययन करने में भी पोलेराइड का उपयोग किया जाता है।
👉प्रकाश के प्रकीर्णन के उदाहरण-
आकाश का रंग नीला दिखाई देना।
उगते हुए सूर्य व वह डूबते समय सूर्य का लाल दिखाई देना।
दोपहर में सूर्य का सफेद दिखाई देना।
समुद्र का पानी नीला दिखाई देना।

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