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आज हम यहाँ क्लास 6,7,8,9,10 के लिए B.ed Science Lesson Plan class 6 7 8 लेकर आये है जो प्रकरण– हैजा रोग पर है आशा करते है की यह लेसन प्लान आपकी आवश्यकता को पूर्ण करेगा…….
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बीएड बायोलॉजी लेसन प्लान
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पाठ्य योजना–16 (जीव विज्ञान पाठ योजना)
पाठ्य योजना क्रमांक– दिनांक–
कक्षा– वर्ग–
प्रकरण–हैजा रोग कालखण्ड– प्रथम
विषय– जीव विज्ञान औसत आयु –
विद्यालय–
1.सामान्य उद्देश्य-
- छात्रों में जीव विज्ञान के प्रति रूचि एवं जिज्ञासा जाग्रत करना
- छात्रों में वैज्ञानिक दृष्टिकोण विकसित करना
- विद्यार्थियों में अपेक्षित व्यवहार परिवर्तित करना
- छात्रों में जीव विज्ञान के विभिन्न शब्दों का ज्ञान होना
2.विशिष्ट उद्देश्य– छात्रों को हैजा रोग के बारें में विस्तृत जानकारी देना
3.शिक्षण सहायक सामग्री – लपेट फलक श्यामपट्ट, हैजा रोग का चार्ट
4.पूर्व ज्ञान- छात्र हैजा रोग के बारें में आंशिक ज्ञान रखते है
5.प्रस्तावना –
प्रश्न | सम्भावित उत्तर |
1. खसरा रोग संक्रमण द्वारा फैलता है? | वायरस |
2. सविषाणु का संक्रमण किनके द्वारा होता है ? | हवा द्वारा |
3. हवा में खसरे रोग का जो वायरस उपस्थित होता है, उसका नाम बताइए? | पेरामिक्सोवाइरस |
4. खसरे रोग से ग्रसित व्यक्ति के सम्पर्क में आने के तुरन्त बाद
क्या करना चाहिए? |
तुरन्त बाद चिकित्सक से परामर्श लेना चाहिए। |
5. हैजा रोग या कोलेरा रोग के लक्षणों, बचाव व उपचार के बारे
में आप क्या जानते हैं? |
समस्यात्मक प्रश्न |
6.उद्देश्य कथन-
अच्छा तो बच्चों आज हम हैजा रोग के लक्षण, बचाव, आदि के बारे में अध्ययन करेंगे।
प्रस्तुतीकरण
शिक्षण विधियाँ – 1.व्याख्यात्मक विधि 2.प्रश्नोतर विधि
विषय वस्तु का क्रमिक विकास –
1. प्रथम अन्विति: विब्रियो कोलेरी एवं हैजा रोग के लक्षण
2. द्वितीय अन्विति: हैजे से बचाव व उपचार
प्रथम अन्विति:
विषय वस्तु | शिक्षक क्रिया | छात्र क्रिया | श्यामपट्ट कार्य |
विब्रियो कोलेरी- |
शिक्षक कथन– विब्रियों कोलेरी नामक जीवाणु एक सूक्ष्म जीव है इस सूक्ष्मजीव का आकार कौमा के समान होता है इस प्रकार का जीवाणु मानव के लिए हानिकारक होता है जो मानव में हैजा नामक रोग फैलाता है इस रोग से उल्टी-दस्त हो जाते है और रोगी की मृत्यु भी हो सकती है |
छात्र-छात्राओं विब्रियो कोलेरी के बारें में समझा व ध्यानपूर्वक सुना |
इस सूक्ष्मजीव का आकार कौमा के समान होता है
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विकासात्मक प्रश्न | प्रश्न-1. सूक्ष्म जीव विब्रियों कोलेरी का आकार किसके समान होता है? | कौमा के समान | |
प्रश्न-2. विब्रियों कोलेरी जीवाणु कौनसा रोग फैलाता है ? | हैजा रोग | ||
प्रश्न-3. हैजा रोग के लक्षणों के बारे में आप क्या जानते हैं ? | निरुतर | ||
हैजा रोग के लक्षण – |
शिक्षक कथन- यह रोग जीवाणु जनित रोग है। यह रोग एक संक्रामक रोग होता है। इसमें अत्यधिक उल्टी एवं दस्त होने की वजह से शरीर में पानी एवं सोडियम की कमी हो जाती है और 24 घंटे से भी कम समय में रोगी की मृत्यु हो जाती है।
इस संक्रामक बीमारी का जीवाणु कोमा के आकार का होता है। ये जीवाणु मक्खियों, प्रदूषित कुओं, बावड़ियों, तालाबों के जल द्वारा फैलते हैं। इस रोग में रोगी को दस्त लग जाते हैं। मरीज एक दिन में 40 बार तक दस्त जा सकता है। शरीर का ताप कम होना, त्वचा का मुरझाना आदि इस रोग के लक्षण हैं। |
छात्र-छात्राओं ने हैजा रोग के लक्षणों को समझा व नोट किया |
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सामान्यीकरण प्रश्न | उत्तर | ||
प्रश्न 1. हैजा के जीवाणु का आकार होता है? | कोमा आकार का | ||
प्रश्न 2. हैजा फैलता है? | मक्खियों, प्रदूषित कुओं, बावड़ियों, तालाबों के जल द्वारा फैलते हैं। |
द्वितीय अन्विति
विषय वस्तु |
शिक्षक क्रिया |
छात्र क्रिया |
श्यामपट्ट कार्य |
हैजे रोग से बचाव – |
शिक्षक कथन– यह रोग भी एक संक्रामक रोग है और संक्रामक रोग से बचने का सबसे अच्छा तरीका यह है कि हमें उन सब माध्यमों जिनसे यह रोग फैलता है, को सावधानीपूर्वक काम में लेना चाहिए ताकि इस रोग से बचा जा सके। इसके
अतिरिक्त पानी को उबालकर पीना चाहिए। खाने-पीने कीवस्तुओं को साफ-सुथरी एवं ढककर रखना चाहिए ताकि इस रोग के जीवाणु इनके द्वारा हमारे शरीर में नहीं पहुँच सकें। शौच के पश्चात् हाथ साबुन से धोना चाहिए। अपने आस-पास के वातावरण को साफ-सुथरा रखना चाहिए। हैजे के संक्रमण की स्थिति में टीकाकरण करवाना चाहिए। |
छात्र-छात्राओं ने हैजे से बचावो के बारें में समझा व नोट किया |
अपने आस-पास के वातावरण को साफ-सुथरा रखना चाहिए। हैजे के संक्रमण की स्थिति में टीकाकरण करवाना चाहिए। |
विकासात्मक प्रश्न | प्रश्न-1. इस रोग से बचने के लिए आसपास का वातावरण कैसा होना चाहिए ? | साफ़ व स्वच्छ | |
प्रश्न-2. हैजे के संक्रमण की स्थिति में क्या करवाना चाहिए ? | टीकाकरण | ||
प्रश्न-3. हैजा रोग इससे बचने के लिए क्या उपचार किये जाते है इनके बारे में आप क्या जानते हैं ? | निरुतर | ||
हैजा रोग के उपचार – |
शिक्षक कथन– इस रोग का मुख्य उपचार यह है कि रोगी को O.R.S. का घोल पिलाना चाहिए।
O.R.S. घोल का पूरा नाम ओरल रिहाइड्रेशन सोल्यूशन है। इस घोल को घर पर भी बनाया जा सकता है। इस घोल के अलावा रोगी को प्रतिजैविक औषधियों का सेवन करना चाहिए तथा डाक्टर की सलाह लेनी चाहिए। |
छात्र-छात्राओं ने हैजा रोग के उपचार के बारें में समझा व नोट किया |
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सामान्यीकरण प्रश्न | उत्तर | ||
प्रश्न 1. O.R.S. घोल का पूरा नाम? | ओरल रिहाइड्रेशन सोल्यूशन | ||
प्रश्न 2. हैजा रोग का मुख्य उपचार बताओ? | ORS पिलाना चाहिए |
पुनरावृति B.ed Science Lesson Plan
प्रश्न-1 | एक संक्रामक रोग का उदाहरण बताइए ? |
प्रश्न-2 | O.R.S. घोल का पूरा नाम?? |
प्रश्न-3 | हैजा किससे फैलता है? |
अभ्यास कार्य
प्रश्न | रिक्त स्थानो की पूर्ति कीजिये |
प्रश्न-1 | खाद्य-पदार्थों को ………. रखना चाहिए? |
प्रश्न-2 | हैजा रोग भी एक संक्रामक रोग है |
प्रश्न-3 | सूक्ष्म जीव विब्रियों कोलेरी का आकार ……..जैसा होता है? |
गृहकार्य
प्रश्न-1 | विब्रियो कोलेरी जीवाणु का वर्णन कीजिये ? |
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