एग्जाम टाइम में अच्छी नींद के लिए स्मार्ट तरीके
दोस्तों exam time में हम बहुत ही depression में होते हैं। हमें कुछ समझ में नहीं आता है कि हम क्या करें और क्या ना करें, और डिप्रेशन के रहते हुए हमें अच्छी नींद भी नहीं मिल पाती है। भले ही हम आंखें बंद करके क्यों न सोए तो भी नींद आसानी से नहीं आती है।
एग्जाम टाइम में जितने घंटे पढ़ना (Study time) जरूरी है उसके साथ- साथ उतने ही घंटे कम से कम 6 से 7 घंटे सोना भी बहुत ही जरूरी है। अच्छी हेल्थ के लिए हमें 8 घंटे की नींद जरूर पूरी करनी चाहिए, चाहे एग्जाम टाइम हो या फिर अन्य कोई काम।
Exam time में अच्छी नींद लेने के लिए हम आपको कुछ स्मार्ट तरीके बताने वाले हैं जिन्हें आप अपनाकर एक अच्छी वह गहरी नींद लेकर अपने स्वास्थ्य को अच्छा बना सकते हैं।
एग्जाम टाइम में हमें कुछ भी पता नहीं रहता है कि क्या खाएं,कब खाएं,कब सोए। इससे हमारा study time management बिगड़ जाता है और स्वास्थ्य अच्छा नहीं रह पाता है जिसके चलते हम एग्जाम्स में सफलता नहीं प्राप्त कर पाते।
जिस तरह हमारे शरीर के लिए अच्छा व्यायाम और अच्छा भोजन जरूरी है उसी प्रकार उतनी ही जरूरी अच्छी नींद भी है।
एग्जाम टाइम में हम अच्छी नींद नहीं ले पाते हैं और नींद की कमी के कारण हाई ब्लड प्रेशर, चिड़चिड़ापन, सिर दर्द, मोटापा और अन्य बीमारियों को न्योता देते हैं।
इन बीमारियों के साथ साथ ही अच्छी नींद न आने से हमें पूरे दिन थकावट वह सुस्ती महसूस होती है जिसके चलते हम किसी भी काम में रुचि नहीं ले पाते है।
नींद न आने के कारण-Reasons for not sleeping
नींद ना आने के अनेक कारण हो सकते हैं लेकिन मस्तिष्क के हाइपोथैलेमस में सक्रिय न्यूरॉन्स के एक समूह की कार्यशैली में गड़बड़ हो जाने के कारण नींद नहीं आती है। ऑरेक्सिन नामक हार्मोन के निष्क्रिय होने के कारण भी नींद नहीं आती है।
आजकल की सुख सुविधाओं के कारण सारी गतिविधियों का कम होना, अच्छी खानपान पर ध्यान ना देना, बंद कमरों में सारे दिन बैठकर मोबाइल इस्तेमाल करना, अवसाद में रहना आदि कई कारण हैं। जो अच्छी नींद में बाधक होते हैं।
अच्छी नींद न आने के side effects-
रोजाना रात में 7 से 8 घंटे से कम नींद लेने वाले व्यक्तियों में स्ट्रोक व हृदय संबंधित बीमारियों की आशंका बढ़ जाती है।
नींद का हमारे मस्तिष्क के कार्य करने की क्रिया पर भी विपरीत प्रभाव पड़ता है। जैसे याददाश्त कमजोर होना, तर्कशक्ति कम होना, समस्याओं का समाधान करने की क्षमता भी कम होती है। मोटापा और वजन बढ़ता है।
नींद न आने से भूख को कंट्रोल करने वाले हार्मोन पर प्रभाव पड़ता है।
अच्छी व भरपूर नींद की कमी डिप्रेशन का भी एक प्रमुख कारण है।
नींद ना आने की प्रमुख कारण यह पोस्ट पढ़ सकते हैं।
नींद के लिए कुछ टिप्स-
1. नित्य स्नान-अच्छी नींद के लिए रोजाना सुबह स्नान करें तथा साथ ही शाम को भी स्नान करें, स्नान में आप गुनगुने पानी का प्रयोग करें। गुनगुने पानी से नहाने से हमारी मांसपेशियों को आराम मिलता है और हम अच्छी नींद ले सकते हैं। स्नान से हमारी बॉडी का तापमान भी कम रहता है।
2. डिनर-नींद पर अक्सर हमारे खाने-पीने का बहुत ही ज्यादा प्रभाव पड़ता है। इसलिए हमें रात को हल्का भोजन लेना चाहिए और सोने से लगभग 2 घंटे पहले ही कर लेना चाहिए। ऐसा करने से आपका खाना आसानी से पच जाएगा और आपके पेट में जलन व एसिडिटी जैसी समस्याएं नहीं होंगी और आप एक अच्छी नींद ले सकेंगे।
3. रात को सोने से पहले हल्के गुनगुने दूध का सेवन करें।
4. एक्सरसाइज-योग का प्रभाव हमारे शरीर पर बहुत ज्यादा पड़ता है इसलिए अच्छी नींद के लिए हमें एक अच्छे बयान का सहारा लेना चाहिए यह नियमित रूप से करें।
5. रात को सोने से 1 घंटे पहले ही टीवी में मोबाइल का प्रयोग बंद कर दें तथा अच्छी पुस्तक पढ़ने की आदत डालें।
6. तेज रोशनी हमारी अनिद्रा का कारण बनती है इसलिए हमें रात के समय अपने कमरे में हल्की रोशनी का इस्तेमाल करना चाहिए।
उम्र के अनुसार नींद का समय
कुछ मनोवैज्ञानिकों ने बताया है कि 6 से 8 घंटे की नींद हर व्यक्ति के लिए जरूरी होती है लेकिन फिर भी इन्होंने अलग-अलग उम्र के लोगों के लिए अलग-अलग समयावधि की नींद को बताया है जो निम्न प्रकार है-
4 से 11 माह 12 से 15 घंटे
6 से 13 साल 9 से 11 घंटे