best life insurance policy in hindi | सभी लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसी | term plan

Best life insurance policy

दोस्तो हम जानते की Life insurance क्या होता है और यह क्यों जरूरी होता है अब हम लाइफ इंश्योरेंस के प्रकारों को भी जानेंगे।

life insurance policy लेने के पीछे हर किसी की अपनी-अपनी सोच और जरूरत होती है। इसलिए बीमा कंपनियों ने अलग-अलग प्रकार की बीमा पॉलिसी बनाई है अब हम एक-एक करके सभी life insurance policy को जानेंगे।

All life insurance policies in hindi | सभी लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसी | term plan

types of life insurance policy

 1.टर्म इंश्योरेंस पॉलिसी (term life insurance policy)-

दोस्तों टर्म इंश्योरेंस पॉलिसी मैं होता यह है कि पहले आपको तय करना होता है कि आपको कितने साल का बीमा लेना है यह बीमा आप 5 से 7 साल या उससे ज्यादा साल का भी ले सकते हैं।

समझो की हमने तय कर लिया और 20 साल का टर्म इंश्योरेंस (term plan) ले लिया अब अगर हम 20 सालों के अंदर इस दुनिया से चले जाते हैं या मान लो हमारी मृत्यु हो जाती है तो बीमा कंपनी हमारे घर वालों को बीमा का पूरा का पूरा पैसा दे देती है और अगर इन 20 सालों में आपको कुछ नहीं हुआ और हम जिंदा रहे तो हमें बीमा कंपनी कोई भी रकम रकम नहीं देती।

टर्म इंश्योरेन्स पॉलिसी (term life insurance policy) बहुत सस्ती होती है यानी कम प्रीमियम मैं बड़ी सी बड़ी रकम का इंश्योरेंस मिल जाता है

 2. यूनिट लिंक्ड इंश्योरेंस प्लान (युलिप) Unit Linked Insurance Plan-

दोस्तो युलिप यानी insurance और investment का एक combination हैं अब आप यह सोचोगे कि यह कैसे तो ऐसे कि जब आप यूलिप का प्रीमियम भरते हैं तो उसमें से एक हिस्सा जाता है आपके जीवन बीमा पॉलिसी के लिए और दूसरे हिस्से को आप की बीमा कंपनी म्यूच्यूअल फंड्स, बॉन्ड्स, डेट फंड में इन्वेस्ट करती है।

आपका पैसा मार्केट में किस प्रकार से इस्तेमाल हो रहा है इसकी जानकारी आपकी बीमा कंपनी आपको देती रहती है इस तरह आप जो प्रीमियम देते हैं उससे आपका इंश्योरेंस भी बना रहता है और आपकी इन्वेस्टमेंट भी होती रहती है।

3.एंडोमेंट पॉलिसी (Endowment Policy)-

इस पॉलिसी को लेना मतलब एक तरह की इन्वेस्टमेंट।

इस पॉलिसी में आपका जीवन बीमा तो होता ही है पर साथ-साथ पॉलिसी में चूर होने पर आपको बोनस भी मिलता है।

बोनस आपको इसलिए मिलता है क्योंकि एंडोमेंट पॉलिसी लेने के बाद हम जो प्रीमियम देते हैं उसका एक हिस्सा जाता है आपकी लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसी के खाते में और उसका दूसरा हिस्सा जो है उसे बीमा कंपनी अलग-अलग जगह पर इन्वेस्टमेंट करती है।

उसके बाद जब आपकी पॉलिसी का पैसा वापस देने का समय आता है जब आपकी पॉलिसी मैच्योर हो जाती है तब आपको आपका पूरा इंश्योरेंस का पैसा ओर उसके साथ Bima company ने जो इन्वेस्टमेंट की थी वह सारा पैसा आपको प्रॉफिट के साथ मिलता है।

भविष्य के बड़े खर्चों को ध्यान में रखते हुए लोग यह पॉलिसी लेते हैं।

 

4.होल लाइफ पॉलिसी (whole life policy)-

जैसा कि यह नाम ही बताता है की होल लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसी मैं आपको पूरी जिंदगी भर का इंश्योरेंस मिलता है इसमें जब पॉलिसी धारक की मृत्यु हो जाती है तो पॉलिसी का पैसा उसके घर वालों को या नॉमिनी को मिलता है।

कुछ बीमा कंपनी इस पॉलिसी के साथ में maturity benefit भी आपको देती है इसका मतलब यह है कि होल लाइफ पॉलिसी मैच्योर होने के लिए बीमा कंपनी ने एक अधिकतम उम्र की होती है जो 80 से 100 साल के बीच होती है।

अगर पॉलिसी धारक उस उम्र तक जिंदा है तो उसे मेच्योरिटी मैच्योरिटी बेनिफिट मिलता है।

5.पेंशन प्लान पॉलिसी (pension plan policy)-

पेंशन प्लान आपकी रिटायरमेंट की आर्थिक सुरक्षा का इंतजाम करने के लिए एक बेहतरीन पॉलिसी है पेंशन प्लान का प्रीमियम आप एक साथ या अपनी सहूलियत के हिसाब से आसान किस्तों में भर सकते हैं इस पॉलिसी में आप जो प्रीमियम भरते हो वह प्रीमियम बीमा कंपनी के साथ इकट्ठा होता है और 60 साल के होने पर आपको यह पैसा बोनस के साथ वापस मिलता है आप चाहो तो आपका पैसा आप इंस्टॉलमेंट में ले सकते हो या फिर सारा पेमेंट एक साथ भी ले सकते हो।

अगर पॉलिसी में क्यों होने से पहले ही पॉलिसी धारक की मृत्यु हो जाती है तो पॉलिसी धारक की नॉमिनी को सारा पैसा मिल जाता है और अगर पॉलिसी धारक की मृत्यु नहीं होती है तो पॉलिसी के मैचोर होने पर सारे बेनिफिट्स के साथ पॉलिसी का पैसा पॉलिसी धारक को मिल जाता है इस पॉलिसी का एक फायदा यह भी है कि रिटायरमेंट के बाद आपको आर्थिक रूप से किसी पर भी निर्भर होने की जरूरत नहीं पड़ेगी।

6.मनी बैक पॉलिसी (money back policy)-

Money back policy में पॉलिसी धारक जब इस दुनिया में नहीं रहता तो उसके परिवार को पॉलिसी का पूरा पैसा मिलता ही है पर इस पॉलिसी का असली फायदा यह है कि इसमें पॉलिसी मैचौर होने से पहले थोड़े थोड़े समय बाद Bima company से आपको पैसा मिलता रहता है।

उदाहरण के तौर पर समझे तो आपने 10 लाख का बीमा लिया और समझो और जब वह मैं चोर होगा 25 साल बाद जब आपको हर 5 साल बाद 1000000 रुपए का 10 या 15 परसेंट पैसा मिलता रहेगा और पॉलिसी में चूर होने पर पॉलिसी की बची हुई सारी रकम आपको एक साथ मिल जाएगी और अगर 

पॉलिसी धारक पॉलिसी मैचौर होने से पहले ही इस दुनिया से चला जाता है तो इस पॉलिसी की सारी रकम उसके नॉमिनी को दी जाती है।

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