class 7 science chapter 3 रेशों से वस्त्र तक
दोस्तों आज हम यहाँ पर NCERT class 7 science chapter 3 रेशों से वस्त्र तक का समाधान लायें है यह आपके लिए काफी लाभकारी होगा…
पाठ-सार class 7 science chapter 3
(1) भेड़, बकरी, ऊँट, याक और कुछ अन्य जन्तुओं से हमें उन प्राप्त होती है तथा रेशम कीट के कोकून (कोश) से रेशम के फायर प्राप्त होते हैं। इस प्रकार जन्तुओं से प्राप्त होने के कारण ऊन और रेशम ‘जान्तय रेशे’ कहलाते हैं।
(2) हमारे देश के अनेक भागों में ऊन के लिए भेड़ों को अनेक नस्लें पाली जाती हैं।
(3) स्वेटर अथवा शॉल बनाने के लिए उपयोग को जाने वाली ऊन एक लम्बी प्रक्रिया द्वारा प्राप्त उत्पाद होता है। इसमें सबसे पहले भेड़ को त्वचा से बालों को उतारकर उनका अभिमार्जन एवं ईटाई की जाती है। इसके बाद इनं सुखाकर कारते हैं, जिससे ऊन प्राप्त होती है।
(4) रेशम प्राप्त करने के लिए रेशम के कीटों को पालना ‘रेशम कीट पालन (सेरीकरचर’ कहलाता है।
(5) रेशम का कीट अपने जीवन-पक्र में पतले तार के रूप में प्रोटीन से बना एक पदार्थ साधित करते है.जो कठोर होकर (सूखकर) रेशम का रेशा बनता है।
(6) रेशम कीट के कोकून से रेशम के रेशों को अलग करके उनका संसाधन किया जाता है और इसके बाद रेशम का धागा बनाया जाता है। यह प्रक्रिया ‘रीलिंग’ कहलाती है।
पाठगत प्रश्न class 7 science chapter 3
प्रश्न 1. जब कोई हमारे बालों को खींचता है, तो दर्द होता है, परन्तु जब हम बाल कटवाते हैं, तब दर्द नहीं होता है। ऐसा क्यों?
उत्तर-जब कोई हमारे बालों को खींचता है तो हमें दर्द होता है क्योंकि तब खींचे गये बालों की जड़ जो त्वचा से जुड़ी होती है, उत्तेजित होती है। परन्तु बाल कटवाते समय दर्द नहीं होता क्योंकि तब बालों के किनारे काटे जाते हैं, जो मृत होते हैं, इसलिए कोई दर्द महसूस नहीं होता।
प्रश्न 2. सर्दियों में सूती कपड़े हमें उतना गर्म क्यों नहीं रख पाते हैं, जितना ऊनी स्वेटर रखता है?
उत्तर-सूती कपड़े अपेक्षाकृत पतले होते हैं तथा इनके बीच हवा भी नहीं समाती है। परन्तु ऊन, सूती कपड़े की तुलना में मोटी होती है और इससे बने स्वेटर में बीच- बीच में जगह होती है, जहाँ हवा भर जाती है। चूँकि हवा, ऊष्मा की कुचालक होती है। इसलिए यह
शरीर की ऊष्मा को बाहर नहीं निकलने देती है। इसी कारण सर्दियों में सूती कपड़े की तुलना में ऊनी स्वेटर हमें गर्म रखता है।
प्रश्न 3. क्या कपास के धागे और रेशम के धागे की कताई और बुनाई एक ही प्रकार से की जाती है?
उत्तर-नहीं, कपास के धागे और रेशम के धागे की कताई और बुनाई अलग-अलग प्रकार से की जाती है
पाठ्यपुस्तक के प्रश्न class 7 science chapter 3
प्रश्न 1. संभवतः आपने नर्सरी कक्षा में निम्नलिखित पंक्तियाँ पढ़ी होंगी-
(क) बा बा ब्लेक शीप हेव यू एनी बूल’
(ख) ‘मेरी हेड ए लिट्ल लैम्ब, हूज फ्लीस वास व्हाइट एस स्नो’
ऊपर लिखी पंक्तियों के आधार पर यह बताइए कि
(1) ब्लेक शीप (काली भेड़) के किन भागों में ऊन होती है?
(ii) मेमने (लैम्ब) के सफेद रोमों का क्या तात्पर्य है?
उत्तर-(क) ब्लेक शीप (काली भेड़) के मुख्यतः पेट और पीठ पर ऊन होती है।
(ख) मेमने (लैम्ब) के सफेद रोमों से तात्पर्य सफेद बालों से है, जो ऊन बनाने के काम आते हैं।
प्रश्न 2. रेशम कीट (अ) कैटरपिलर, (ब) लार्वा है। सही विकल्प चुनिए।
(क) केवल (अ) (ख) केवल (ब) (ग) (अ) और (ब) (घ) न ही (अ) और न (ब)
उत्तर-(क) केवल (अ)
प्रश्न 3. निम्नलिखित में से किससे ऊन प्राप्त नहीं होती?
(क) याक (ख) ऊंट (ग) बकरी (घ) घने बालों वाला कुत्ता
उत्तर-(घ) बने बालों वाला कुत्ता।
प्रश्न 4. निम्नलिखित शब्दों का क्या अर्थ है?
(क) पालन (ख) ऊन कटाई (ग) रेशम काट पालर
उत्तर-(क) पालन-किसी को पालना-पोसना ‘पालन कहलाता है। जैसे-रेशम कीट पालन, भड़पालन आदि।
(ख) ऊन कटाई-भेड़ के बालों को त्वचा की पतली परत के साथ शरीर से उतारने की प्रक्रिया ‘ऊन कटा’ कहलाती है।
(ग) रेशम कीट पालन-रशम प्राप्त करने के लिए रेशम के कीटों को पालना ‘रेशम कीट पालन (सेरीकल्चर) कहलाता है।
प्रश्न 5. ऊन के संसाधन के विभिन्न चरणों के क्रम में कुछ चरण नीचे दिए गए हैं। शेष चरणों को उनके सही क्रम में लिखिए।
ऊन कटाई,………………….छंटाई,…………………,…………….
उत्तर-ऊन कटाई, अभिमार्जन, छंटाई, रंगाई, रीलिंग।
प्रश्न 6. रेशम कीट के जीवन चक्र की उन दो अवस्थाओं के चित्र बनाइए जो प्रत्यक्ष रूप से रेशम के उत्पादन से सम्बन्धित हैं।
उत्तर-कोकून
कोकून में विकासशील कोट
प्रश्न 7. निम्नलिखित में से कौन-से दो शब्द रेशम उत्पादन से सम्बन्धित हैं?
रेशम कीट पालन, पुष्प कृषि, शहतूत कृषि, मधुमक्षि पालन, वनवर्धन।
संकेत-(i) रेशम उत्पादन में शहतूत की पत्तियों की खेती और रेशम कीटों को पालना सम्मिलित हैं।
(ii) शहतूत का वैज्ञानिक नाम मोरस एल्था है।
उत्तर-रेशम कीट पालन और शहतूत कृषि।
प्रश्न 8. कॉलम A में दिए गए शब्दों को कॉलम B में दिए गए वाक्यों से मिलाइए-
कॉलम A | कॉलम B |
(क) अभिमार्जन | (i) रेशम फाइबर उत्पन्न करत। |
(ख) शहतूत की पत्तियाँ | (ii) ऊन देने वाला जंतु |
(ग) याक | (iii) रेशम कीट का भोजन |
(घ) कोकून | (iv) रीलिंग |
(v) काटी गई ऊन की सफाई |
उत्तर-(क) (v), (ख) (1) (घ) 0