प्राथमिक एवं माध्यमिक स्तरों पर भूगोल शिक्षण के उद्देश्य कौन-कौनसे हैं ?

प्राथमिक एवं माध्यमिक स्तरों पर भूगोल शिक्षण के उद्देश्य 

कक्षा शिक्षण द्वारा एक शिक्षक इन उद्देश्यों की प्राप्ति कैसे कर सकता है

What are aims of teaching Geography at primary and secondary levels?

How can a teacher achieve these aims through classroom teaching ?

 

♦ भूगोल शिक्षण को प्रभावपूर्ण बनाने के लिए भूगोल शिक्षण के उद्देश्य निर्धारित करने अत्यन्त आवश्यक हैं-

भूगोल शिक्षण के उद्देश्य-

1.  भूगोल अध्यापन का लक्ष्य छात्रों में उन ग्रहण क्षमता को विकसित करना है जिसके द्वारा स्थानीय स्तर से लेकर अन्तर्राष्ट्रीय स्तर तक निरन्तर आवश्यक पारस्परिक सहयोग की प्रवृत्ति तथा उसकी आवश्यकता का अनुधावन करना सम्भव हो सके। पारस्परिक सहयोग के अभाव में मानव एकताबद्ध नहीं हो सकते हैं।

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2. भूगोल अध्यापन का लक्ष्य मानव जीवन में उन्नति तथा प्रगति के लिए किए जाने वाले प्रयास, उपलब्धि, विश्व में विकसित हो रही विविध समस्याएं तथा उनके समाधान आदि के प्रति जागरुकता को विकसित करना है। भूगोल शिक्षण के उद्देश्य

 

3. भूगोल अध्यापन का लक्ष्य विश्व के विभिन्न क्षेत्र तथा प्रदेशों के निवासियों के विविध तथा विचित्र जीवनयापन प्रणालियों, आचार-व्यवहार, परम्परा और विश्व धरोहर के प्रति सहानुभूतिपूर्ण ज्ञान अर्जित करना है।

 

4. भूगोल एक ऐसा विषय है जिसमें विज्ञान तथा काल दोनों ही विषयों का समन्वय है। भूगोल ही ऐसा विषय है जो दुनिया में घटनाएं घटित होती रही हैं उनके बारे में सही ढंग से समझने का मौका देता है। प्रकृति और पर्यावरण के साथ मानवीय समायोजन की

 

5.अन्योन्याश्रय की भावना का विकास-

आज विश्व का कोई भी देश अपने आप में आत्मनिर्भर नहीं है। वह किसी न किसी क्षेत्र में दूसरे देशों पर निर्भर रहते हुए अपनी आवश्यकता की पूर्ति करते हैं। इससे एक देश की दूसरे देश के प्रति मदद की भावना बढ़ती है तथा व्यापार बढ़ता है। इस प्रकार विद्यालय पाठ्यक्रम में भूगोल छात्रों को आयात-निर्यात का ज्ञान कराता है। इससे छात्रों में भी अच्छी नागरिकता का विकास होता है। भूगोल शिक्षण के उद्देश्य

 

6.राष्ट्र-प्रेम की भावना का विकास-

भूगोल का अध्ययन छात्रों में राष्ट्र के प्रति अगाध प्रेम विकसित करता है। जब छात्र अपने देश के प्राकृतिक व रमणीय स्थानों, ऊंचे पर्वतों, विशाल नदियों, सदाबहार व मूल्यवान वनस्पति, जल संसाधन, खनिज संसाधन आदि के बारे में जानकारी हासिल करता है तो उसकी भावना राष्ट्र के प्रति गहरी हो जाती है। इससे हमारी एकता बढ़ती है। इसीलिए भारत विविधता में एकता वाला राष्ट्र कहलाता है। भूगोल शिक्षण के उद्देश्य

7.कौशल का विकास-

भूगोल अध्ययन में जब बालक मानचित्रों ग्लोब आदि का अध्ययन करता है तो वह देखकर उनको समझने का प्रयास करता है, इससे निरीक्षण शक्ति बढ़ती है इससे बालक अपनी जिज्ञासाओं की पूर्ति कर प्रसन्नता महसूस करता है।

इस प्रकार कहा जा सकता है कि विद्यालय में पाठ्यक्रम में भूगोल शिक्षण का महत्त्व बहुत अधिक है। भूगोल शिक्षण के उद्देश्य


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